19 सितंबर को शुरू होने वाले गणेश उत्सव के लिए जगह-जगह मूर्तियों का बनाने का दौर चल रहा है तूमान में भगवान गणपति बनाने वाली मूर्ति का श्याम दिवाकर इस बार छोटी-छोटी तथा बड़ी मूर्तियां 10 फीट तक तैयार कर रहे हैं माना जा रहा है कि इस बार शहर क्षेत्र ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी संख्या में गणेश प्रतिमा में सार्वजनिक पांडालों एवं घरों में स्थापित की जाएगी रिद्धि और सिद्धि के साथ मूषक सवारी करते गजानन इस बार आकर्षण का केंद्र होंगे श्याम ने बताया कि काफी दूर-दूर से मूर्तियों की मांग आ रही है परंतु हमारे द्वारा छोटी मूर्तियां ज्यादा तैयार की जा रही है ताकि समितियां एवं लोगों को पूजन,विसर्जन के समय तथा गणपति जी के यहां से ले जाने के समय किसी प्रकार की दिक्कत ना हो उनके सहूलियत के अनुसार मूर्तियां तैयार हो रही है, श्याम ने बताया कि हमारे यहां 101 रु से लेकर 10 हजार तक कि मूर्तियां तैयार किया जा रहा है उन्होंने बताया कि मूर्तियां काफी कम मात्रा में बची हुई है तथा काफी ज्यादा मात्रा में मूर्तियों की डिमांड आ रही है जिसमें बारिश के कारण हमें मूर्तियां बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है सामने बताया कि मौसम के खराब हो जाने कारण ज्यादातर मात्रा में मूर्तियां सुख नहीं पा रही है जिसको लेकर हमें मूर्तियां बनाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है श्याम दिवाकर ने बताया कि वह बचपन से ही पेंटिंग तथा मूर्तियां बनाने का शौकीन थे तथा करीबन 15 से 20 वर्षों से वह भगवान विश्वकर्मा भगवान गणपति तथा मां दुर्गा मां लक्ष्मी माता सरस्वती जी की अनेक मूर्तियां तैयार करते आ रहे हैं। श्याम ने बताया कि उनका मुख्य रोजगार यही है सालभारों तक इन पर्वों का इंतजार रहता है श्याम दिवाकर रंग कलाकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं तथा उनके वह अपने सहयोग कीजिए कोलकाता से भी कलाकार मूर्ति बनाने में सहयोग प्रदान करने पहुंचते हैं क्योंकि 19 सितंबर दिन मंगलवार को भगवान गणपति जी विराजमान होंगे जिसके लिए अपने कलाकार साथियों के साथ वह मूर्ति को अंतिम रूप दे रहे हैं
हालांकि भगवान गणेश की प्रतिमा को अंतिम स्वरूप देने का काम अब अंतिम चरण पर है. मूर्तिकार श्याम दिवाकर ने बताया कि बड़ी बारीकियों के साथ प्राकृतिक रंगों से भगवान गणेश की प्रतिमाओं का श्रृंगार किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि यह प्रतिमाएं गणेश जी के आराध्य और उनके भक्तों को निश्चित ही पसंद आएगी. गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है. इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को पड़ रही है. गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 दिन तक मनाया जाता है.

गणपति के स्वागत की तैयारियां तेज,जगह जगह बन रहे पांडाल
शहरी क्षेत्र ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस बार गणेश चतुर्थी को लेकर काफी हर्षोल्लाह से जिसको लेकर अनेक ग्रामों में काफी सुंदर-सुंदर पंडाल ग्राम के युवा वर्ग ही नहीं बल्कि ग्राम के छोटे-छोटे बच्चे भी गणपति जी के आगमन की तैयारी में जुटे हुए हैं