
गणपति बप्पा मोरया…. मंगलमूर्ति मोरया… कुछ ऐसे ही उद्घोष से गुरुवार देर शाम को तिलकेजा जाला मोहल्ला से बस स्टैंड सड़कें गूंजती रही। हर तरफ़ रंगों और फूलों की गुलाल खेलने वालों की भीड़ लगी थी।गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भगवान गणेश की विसर्जन यात्रा में भक्तगण नाचते- झूमते नजर आये। इस दौरान लोगों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल भी लगाया।
इसके बाद ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच ट्रैक्टर-ट्रालि सवार होकर भगवान गणपति की मूर्ति लेकर जाला तालाब पहुचे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को अबील-गुलाल भी लगाया। गणपति के जयकारों से समूचा माहौल भक्तिमय बन गया। श्रद्धालुओं ने डीजे की थाप पर डांस किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान गणपति का समिति के माध्यम से जाला तालाब के बीच मूर्ति का विसर्जन कर प्रसाद वितरित किया।